बोध गया महाबोधि मंदिर आल इंडिया एक्शन कमेटी का ज्ञापन

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समतलीकरण के दौरान मिली मूर्तियों से विवाद पैदा हो गया है। दरअसल इस मामले में अयोध्या निवासी विनीत कुमार मौर्य ने साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। विनीत का दावा था कि विवादित स्थल के नीचे कई अवशेष दबे हुए हैं जो अशोक काल के हैं और इनका कनेक्शन बौद्ध धर्म से है। याचिका में दावा किया गया था कि बाबरी मस्जिद के निर्माण से पहले उस जगह पर बौद्ध धर्म से जुड़ा ढांचा था। मौर्य ने अपनी याचिका में कहा था, 'एएसआई की खुदाई से पता चला है कि वहां स्तूप, गोलाकार स्तूप, दीवार और खंभे थे जो किसी बौद्घ विहार की विशेषता होते हैं।' मौर्य ने दावा किया था, 'जिन 50 गड्ढों की खुदाई हुई है, वहां किसी भी मंदिर या हिंदू ढांचे के अवशेष नहीं मिले हैं।'  पुष्टि आज तक नहीं हुई |

बोध गया महाबोधि मंदिर आल इंडिया एक्शन कमेटी का ज्ञापन ,
कहा अयोध्या में मिले अवशेष भगवन बुद्धा के समय के है ,
खुदाई से पता चला है कि वहां स्तूप, गोलाकार स्तूप, दीवार और खंभे थे ,









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