स्कूलों में हो रहा बच्चों का मानसिक शोषण, आखिर कौन है इसका जिम्मेदार ?



निजी स्कूलों के छात्रों को फीस में राहत मिलती नहीं दिख रही है
शुल्क विधेयक आए हुए भी लंबा समय हो गया मगर अभी तक
जिला कमेटी ही नहीं बनी है

जिला शुल्क समिति द्वारा अभी तक तय नहीं किया
 गया कोई निर्धारित शुल्क, अभिभावकों में रोष

परीक्षाएँ नज़दीक हैं लेकिन निर्णय न हो पाने के कारण
अभिभावक अभी तक नहीं जमा करा पायें है स्कूलों की फीस

अंकुर अरोरा का कहना है अगर अब भी नहीं हुई कोई
 कार्यवाही तो इस बार 5000 अभिभावक निकलेंगे सड़कों पर



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