21 अगस्त 2018 में अखबारों की सुर्ख़ियों में ये बात पता चली थी के पोलियो की दवा पीने के बाद चार बच्चों की हापुड़ में तबियत बिगड़ी थी और एक की मौत हुई थी
10 सितम्बर को केंद्र से मिले निर्देश के बाद भी राज्य सरकारें पूरी तरह से रोक नहीं लगा पाईं। यूपी में यह सीएचसी-पीएचसी व अन्य सेंटरों तक सप्लाई हो गई और बच्चों को ड्रॉप पिलाई जा रही थी। अब पूरे राज्य से इन दवाओं को वापस मंगाया जा रहा है। मिर्जापुर के दो सेंपल से इसकी पुष्टि हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यह वैक्सीन यूपी के तमाम जिलों में की गई थी सप्लाई
बरेली मंडल के चारों जिले भी हैं इसमें शामिल
आदेश आने के बाद बरेली मंडल के चारों जिलों से वापस मंगा ली गई वैक्सीन
चिंता जनक बात यह है के वैक्सीन में ही पोलियो का वायरस पाया गया है
पोलियो वैक्सीन में पोलियो वायरस टाइप-2 मिलने से सबसे अधिक हड़कंप उत्तर प्रदेश में मचा है। अब भी केंद्र और राज्य की एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
मिर्जापुर में पांच अगस्त को पोलियो की वैक्सीन पिलाई गई थी। सात अगस्त को एक बच्चे के पैरों में दिक्कत आई तो बच्चे के शौच के नमूने की जाँच कराई गई। इसमें वायरस का पता चला। सितम्बर में ही केंद्रीय औषधि विभाग ने गाज़ीपुर में की जांच की।
इस जांच में भी पी-2 वायरस की पुष्टि हुई।
यही नहीं इस वायरस से वाराणसी, मिर्जापुर, गाज़ीपुर, मऊ, इलाहाबाद, जौनपुर सहित अन्य जिलों के भी बच्चे प्रभावित थे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ भी प्रभावित बच्चों के सेंपल मिले।
पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर बच्चों को यह वैक्सीन पिलाने पर लगाई रोक
बायोमेड कंपनी की ओरल पोलियो वैक्सीन में टाइप-टू वायरस मिला था
अन्य कंपनियों की वैक्सीन नहीं होने से नवजात बच्चों को नहीं पिलाई जा रही पोलियो की खुराक
बरेली के सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला ने बताया लखनऊ से टाइप-टू वैक्सीन को स्टोर करने का आया था आदेश
यूपी में कुछ बच्चों के मल में मिले टाइप टू बैक्टीरिया के लक्षण
जांच में हुआ स्पष्ट, वैक्सीन से ही इन बच्चों में पहुंचा यह वायरस
पोलियो वैक्सीनेशन प्रोग्राम के लिए बायोमेड समेत पांच कंपनियां करती है दवा की सप्लाई
कंपनी के खिलाफ हो चुकी है एफआईआर
पोलियो से जंग लड़ने में सालों लग चुके हैं , लाखो सरकारी और गैर सरकारी लोगो ने अपना खून पसीना एक कर गाओं गाओं जाकर बक्सों को दवाई पिलाने का काम किया | पूरे विश्व ने हमारा साथ दिया | लेकिन अब जब समय आ गया था पोलियो से निजाद पाने का तब ये वायरस दोबारा नज़र आ गया है |
पोलियो टाइप 2 वायरस बेहद खतरनाक है और कम समय में बहुत बड़े इलाके के बच्चो में फ़ैल सकता है
सरकार को निचित रूप से ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है
ब्यूरो रिपोर्ट बरैली
सोर्सेज -
https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/story-infected-polio-drops-given-by-10-million-of-10-states-2206794.html
https://www.amarujala.com/india-news/ban-on-polio-vaccine-in-up
https://www.amarujala.com/india-news/one-kid-died-after-having-polio-drop-cmo-says-reason-is-different
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